हरियाणा के हाईप्रोफाइल BJP सांसद बेटे के IAS की बेटी छेड़छाड़ मामले में 2 पुलिस इंस्पेक्टर ने कोर्ट में दी गवाही ।
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सत्य ख़बर,चण्डीगढ़,
हरियाणा से BJP के राज्यसभा सांसद सुभाष बराला के बेटे विकास बराला के IAS की बेटी से छेड़छाड़ के आरोप में चंडीगढ़ की एडिशनल चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट (ACJM) कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट की तरफ से तलब इंस्पेक्टर ओमप्रकाश और इंस्पेक्टर (अब रिटायर्ड) सतनाम सिंह भी पेश हुए।
वहीं इससे पहले 24 अक्टूबर की सुनवाई में उक्त दोनों इंस्पेक्टर गवाही देने नहीं आए थे। कोर्ट ने मामले से जुड़े तथ्यों की जांच के लिए सेक्टर-26 थाने के मुंशी को भी बुलाया था। तत्कालीन मुंशी को केस की संपत्ति के साथ पेश होने के आदेश दिए थे, ताकि बचाव पक्ष उनसे बहस कर सके।
बराला के वकील रविंद्र पंडित ने कोर्ट में पेश हुए गवाहों से क्रॉस एग्जामिनेशन (बहस) के लिए टाइम मांगा। जिसके बाद कोर्ट ने 16 जनवरी की तारीख तय कर दी।
बता दें कि यह मामला 2017 का है। जिसमें एक IAS की बेटी ने पुलिस को बताया था कि आधी रात को वह घर जा रही थी तब विकास बराला ने टाटा सफारी से उसका पीछा किया। वहीं उसने अपनी गाड़ी से मेरा रास्ता रोका था। जब अचानक उसकी गाडी का सेंट्रल लॉक बंद हो गया तो वह वहां से जाने में कामयाब हो गई थी। वहीं उक्त
मामले में आरोपी हरियाणा BJP सांसद सुभाष बराला के बेटे विकास बराला को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से जमानत मिली थी। वह इस मामले में 5 महीने जेल में भी बंद रहा था।
जबकि नवंबर 2017 में निचली अदालत ने 4 बार जमानत याचिका खारिज कर दी थी। इसके बाद विकास बराला के वकील ने नियमित जमानत के लिए हाईकोर्ट का रुख किया था। तब विकास को जनवरी 2018 में जमानत मिल पाई थीं।
वहीं आरोपी विकास बराला का दोस्त आशीष कुमार, जो इस घटना के दिन उसके साथ था। पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार किया था, लेकिन इसे कोर्ट से ही जमानत मिल गई थी।
क्या था यह पुरा घटनाक्रम जो प्रदेश की राजधानी चण्डीगढ़ में हुआ
चण्डीगढ़ में 04 अगस्त 2017 की आधी रात को विकास बराला और उसके एक साथी आशीष कुमार ने IAS अफसर की बेटी के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश की थी।
पीड़ित युवती के अनुसार बताया था, कि ‘वह रात्रि करीब 12:15 बजे सेक्टर-8 मार्केट से कार में घर के लिए निकली थी। फोन पर फ्रेंड से बात कर रही थी कि तभी सेक्टर-7 के पास पता चला कि एक टाटा सफारी गाड़ी मेरा पीछा कर रही है। मैंने रास्ता बदलने की कोशिश की, तो आरोपियों ने गाड़ी से रास्ता रोककर मुझे सेक्टर-26 की ओर चलने पर मजबूर कर दिया।’
वहीं अगले मोड पर दोबारा मुड़ने की कोशिश की, लेकिन आरोपियों ने फिर रास्ता ब्लॉक कर दिया। एक युवक गाड़ी से बाहर निकला और उसकी कार की ओर बढ़ा। इसके बाद मैंने कार रिवर्स कर राइट टर्न लिया और कार भगाई। इस बीच, मैंने 100 नंबर पर कॉल कर पुलिस को जानकारी दी। अपनी लोकेशन बताई। घर जाकर पिता को घटना की सूचना दी। तब कार्यवाही हुई।
पीड़िता ने बताया, ‘तभी हाउसिंग बोर्ड के पास सॉलिटेयर होटल के निकट आरोपियों ने दोबारा रास्ता ब्लॉक कर दिया। अब मेरे भागने का कोई रास्ता नहीं था। एक आरोपी गाड़ी से उतरकर मेरी तरफ आया और कार का दरवाजा खोलने की कोशिश की, लेकिन सेंट्रल लॉक होने के कारण दरवाजा नहीं खुला।’
पीड़िता का कहना है कि इस दौरान सूचना पर चंडीगढ़ पुलिस की PCR आ गई। पुलिस ने पीछा कर दोनों आरोपियों को हाउसिंग बोर्ड लाइट पॉइंट के पास गिरफ्तार कर लिया। युवती ने पुलिस को फोन कर दोनों को गिरफ्तार करवाया। इसके बाद FIR दर्ज हुई तो मामला चर्चा में आया। अब इस मामले में 2017 से लगातार चंडीगढ़ कोर्ट में सुनवाई चल रही है।
आरोपी विकास बराला और उसके साथी आशीष पर धारा 363 और 511 के तहत मामला दर्ज किया गया था। बाद में विवाद बढ़ा तो दोनों आरोपियों के खिलाफ लड़की का पीछा कर रास्ता रोकने, किडनैपिंग की कोशिश और छेड़छाड़ का केस दर्ज किया गया।